अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा का यान पार्कर सोलर प्रोब सूरज के बेहद नजदीक पहुंच गया है यह मानव निर्मित पहली ऐसी कोई वस्तु है जो के इतने करीब पहुंची है और पूरी तरह सुरक्षित भी है
क्यों है चर्चा में ? :
नासा के वैज्ञानिकों ने घोषणा की कि पार्कर सोलर प्रोब 28 दिसंबर को सूर्य के अब तक के सबसे करीब से गुजरा है जो सूरज की सतह से सिर्फ 61 लाख किलोमीटर दूर था जहां का तापमान लगभग 980 डिग्री सैल्सियस था सूरज के इतने करीब से गुज़रने के बाद भी यह यान सामान्य रूप से काम कर रहा है
शायद आपको यह दूरी ज्यादा न लगे लेकिन नासा में विज्ञान प्रमुख डॉ. निकोला फॉक्स ने बीबीसी न्यूज़ से कहा, “हम सूर्य से 14.9 करोड़ किलोमीटर दूर हैं, तो मान लेते है कि अगर मैं सूर्य और पृथ्वी को एक मीटर दूर रखूँ, तो पार्कर सोलर प्रोब सूर्य से मात्र 4 सेमी दूर है जो सूरज के बेहद करीब है
क्या है नासा का यान पार्कर सोलर प्रोब ?:
पार्कर सोलर प्रोब को 2018 में लॉन्च किया गया जिसका उद्देश्य सूर्य और पृथ्वी के बीच उन पहलुओं का पता लगाना था जो पृथ्वी पर जीवन को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं।
इसे सूर्य के ऊपरी वायुमंडल, जिसे कोरोना कहतें हैं इस प्रोब का आकार एक छोटी कार के जितना है इसने सूर्य के चारों ओर अब तक 21 परिक्रमा पूरी कर ली है
क्या है मिशन का उद्देश्य :
यह 4.5 इंच मोटी कार्बन-कम्पोजिट शील्ड द्वारा बना है इसी लिए यह इतने उच्च तापमान को झेलने में सफल रहा
इसके साथ भेजे गए चार पेलोड सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र, प्लाज़्मा और ऊर्जा कणों का परीक्षण कर उनका 3-D चित्र तैयार करते हैं।
इस मिशन के माध्यम से सौर पवन के स्रोतों और चुंबकीय क्षेत्र की बनावट तथा उनके डायनामिक्स की जाँच की जा रही है।
यह मिशन सूर्य की सतह से इसके कोरोना के ज़्यादा तापमान होने के कारणों का भी अध्यययन करेगा।